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जून, 2017 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

योगासन और लाभ

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अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं! दोस्तों, आज अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस है. इस विशेष दिवस पर हम अच्छीखबर के सभी पाठकों के साथ योग अभ्यास के कुछ पहलुओं को आपके सामने रखना चाहते हैं जिससे आप सब भी योग अपनाएं और स्वस्थ व सुखी जीवन जीयें। योग क्या है? योग का अर्थ है जोड़ना. जीवात्मा का परमात्मा से मिल जाना, पूरी तरह से एक हो जाना ही योग है। योगाचार्य महर्षि पतंजली ने सम्पूर्ण योग के रहस्य को अपने योगदर्शन में सूत्रों के रूप में प्रस्तुत किया है. उनके अनुसार, “चित्त को एक जगह स्थापित करना योग है। अष्टांग योग क्या है? हमारे ऋषि मुनियों ने योग के द्वारा शरीर मन और प्राण की शुद्धि तथा परमात्मा की प्राप्ति के लिए आठ प्रकार के साधन बताएँ हैं, जिसे अष्टांग योग कहते हैं.. ये निम्न हैं- loading... 1. यम 2. नियम 3. आसन 4. प्राणायाम 5. प्रात्याहार 6. धारणा 7. ध्यान 8. समाधि इस पोस्ट में हम कुछ आसान और प्राणायाम के बारे में बात करेंगे जिसे आप घर पर बैठकर आसानी से कर सकते हैं और अपने जीवन को निरोगी बना सकते हैं। आसान से क्या तात्पर्य है और उसके प्र...

अंडमान निकोबार द्वीप समूह

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अंडमान-निकोबार: समुद्र के बीच एक अद्भुत आकर्षण केंद्र समुद्री लहरों और उची उची दिल को झकझोड़ देने वाली मंद बयार में झूमती-नाचती ताड़ की पत्तियां, सफेद रेत वाला सागर-तट, समुद्री चट्टानों पर प्रहार करती धाराओं की आवाज, हरे-भरे मानसूनी जंगल और दुर्लभ पक्षियों की चहचहाहट, इन सभी चीजों को समेटे संसार का नाम है-अंडमान एवं निकोबार द्वीप-समूह।प्राचीन मूल के जनजातियों के घर वाले इस केंद्रशासित भारतीय राज्य में यूं तो सी-वॉक, स्विमिंग, जेट स्की और स्कूबा डाइविंग का अपना मजा है, परंतु यहां का सर्वोत्कृष्ट आनंद है सागर किनारे सुकून भरा बसेरा। अगर आप यहां एक बेहतरीन ठहराव चाह रहे हैं, तो पोर्ट-ब्लेयर स्थित सिनक्लेयर्स बे-व्यू होटल खास है, जहां 26 डीलक्स, 10 प्रीमियर, 5 एटीक, 3 लग्जरी सुइट्स और 2 वैलेंटाइन रूम्स, वुडहाउस कॉरपोरेट मीटिंग्स हॉल के साथ ही मल्टी कुजीन रेस्टोरेंट में आप स्वादिष्ट सी-फूड के साथ अन्य लजीज व्यंजनों का भी भरपूर आनंद उठा सकते हैं। स्पॉ, जिम, बॉर, ट्रैवल अरेजमेंट्स के साथ ही यहां पोर्ट ब्लेयर-हैवलॉक के लिए विशेष पैकेज भी उपलब्ध है। अंडमान निकोबार की राजधानी पोर्ट ब्लेयर ...

प्राणायाम करने की विधि

जानिये हर प्राणायाम को करने की विधि · May 13, 2015 9 महीने तक नियम से सुबह शाम आधा घंटा प्राणायाम को परहेजों के साथ करने से निश्चित रूप से हर खतरनाक से खतरनाक बीमारी में भी आराम मिलते देखा गया है ! प्राण स्वस्थ हो तो शरीर को कोई भी बीमारी छू नहीं सकती है ! सिर्फ एक मणिपूरक चक्र के ही जागने भर से शरीर के सभी रोगों का नाश होने लगता है जबकि भारतीय हिन्दू धर्म ग्रन्थों में बहुत से ऐसे अद्भुत योग, आसन व प्राणायाम का वर्णन है जो एक साथ कई चक्रों को जगाते हैं जिनसे पूरा शरीर ही एकदम स्वस्थ और दिव्य होने लगता है ………………….. उदाहरण के तौर पर कभी बाबा रामदेव का शरीर टेलीविजन पर नहीं, बल्कि वास्तव में प्रत्यक्ष देखिये तब ही आपको समझ में आएगा कि सिर्फ योग, आसन व प्राणायाम कैसे, किसी भी मानव शरीर का बिना किसी मेकअप के, सही में कायाकल्प कर देते हैं ! (नोट – प्राणायाम व योग के विभिन्न कॉम्बिनेशन से निश्चित हर रोग का नाश किया जा सकता है इसलिए अगर आप को अपने रोग से सम्बंधित कोई भी यौगिक सलाह प्राप्त करनी हो तो आप हमसे इस वेबसाइट पर दिए गए माध्यमों से सम्पर्क कर सकते हैं) प्राणस्य आयाम: इत प...

संविधान की प्रस्तावना

संविधान के उद्देश्यों को प्रकट करने हेतु प्राय: उनसे पहले एक उद्देशिका (Preamble) प्रस्तुत की जाती है। भारतीय संविधान की उद्देशिका अमेरिकी संविधान से प्रभावित तथा विश्व में सर्वश्रेष्ठ मानी जाती है। उद्देशिका संविधान का सार मानी जाती है; उसके लक्ष्य प्रकट करती है; संविधान का दर्शन भी इसके माध्यम से प्रकट होता है। संविधान किन आदर्शों, आकाक्षाओं को प्रकट करता है, इसका निर्धारण भी उद्देशिका से हो जाता है। सर्वोच्च न्यायालय के मतानुसार उद्देशिका का प्रयोग संविधान निर्माताओ के मस्तिष्क में झांकने और उनके उद्देश्य को जानने में प्रयोग की जा सकती है। उद्देशिका यह घोषणा करती है कि संविधान अपनी शक्ति सीधे जनता से प्राप्त करता है। इसी कारण यह ‘हम भारत के लोग’ से प्रारम्भ होती है। केहर सिंह बनाम भारत संघ के वाद में कहा गया कि संविधान सभा भारतीय जनता का सीधा प्रतिनिधित्व नहीं करती थी अत: संविधान विधि की विशेष अनुकृपा प्राप्त नहीं कर सकता है परंतु न्यायालय ने इसे खारिज करते हुए संविधान को सर्वोपरि माना है जिस पर कोई प्रश्न नहीं उठाया जा सकता है। भारतीय संविधान की उद्देशिका हम, भारत के लोग, भ...

ITR भरने की ONLINE प्रक्रिया

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ITR भरने की ONLINE प्रक्रिया  ITR फाइल करने की ऑनलाइन प्रकिया पढ़ें यहां पर Goodreturns: personal finance एक दिन पहले वेतन आय वाले लोग जो आईटीआर 1 या आईटीआर 4 फॉर्म का इस्तेमाल करने के लिए पात्र हैं वे किसी भी फॉर्म / सॉफ्टवेयर को डाउनलोड किए बिना आयकर ई-फाइलिंग वेबसाइट के माध्यम से पूरी तरह से ऑनलाइन टैक्‍स रिटर्न भर सकते हैं। यहां पर बताई जा रही विधि के द्वारा कोई भी व्‍यक्ति प्रासंगिक जानकारी दर्ज करके फॉर्म भर सकता है और आखिरी में इसे ऑनलाइन सबमिट भी कर सकता है। आपको यहां पर हम स्‍टेप वाय स्‍टेप फॉर्म भरने की प्रक्रिया बताएंगे: 1. ई-फाइलिंग वेबसाइट पर जाईए ई-फाइलिंग वेबसाइट पर जाने के लिए यहां पर बताए गए यूआरएल को गूगल में डालिए। ये यूआरएल इंग्लिश में फॉर्म भरने के लिए है। https://incometaxindiaefiling.gov.in/ https://incometaxindiaefiling.gov.in/index_hindi.html ये यूआरएल हिन्‍दी में फॉर्म भरने के लिए है। 2. नए व्‍यक्ति के लिए अगर आप पहली बार टैक्‍स का भुगतान करने के लिए ये फॉर्म भरने जा रहे हैं तो न्‍यू रजिस्‍ट्रेशन पर क्लिक करिए। उस...

पंचायती राज full information

पंचायती राज ::-- पंचायती राज व्यवस्था में ग्राम , तहसील , तालुका और ज़िला आते हैं। भारत में प्राचीन काल से ही पंचायती राजव्यवस्था अस्तित्व में रही है, भले ही इसे विभिन्न नाम से विभिन्न काल में जाना जाता रहा हो। पंचायती राज व्यवस्था को कमोबेश मुग़ल काल तथा ब्रिटिश काल में भी जारी रखा गया। ब्रिटिश शासन काल में 1882 में तत्कालीन वायसराय लॉर्ड रिपन ने स्थानीय स्वायत्त शासन की स्थापना का प्रयास किया था, लेकिन वह सफल नहीं हो सका। ब्रिटिश शासकों ने स्थानीय स्वायत्त संस्थाओं की स्थिति पर जाँच करने तथा उसके सम्बन्ध में सिफ़ारिश करने के लिए 1882 तथा 1907 में शाही आयोग का गठन किया। इस आयोग ने स्वायत्त संस्थाओं के विकास पर बल दिया, जिसके कारण 1920 में संयुक्त प्रान्त, असम, बंगाल , बिहार , मद्रास और पंजाब में पंचायतों की स्थापना के लिए क़ानून बनाये गये। स्वतंत्रता संघर्ष के दौरान भी संघर्षरत लोगों के नेताओं द्वारा सदैव पंचायती राज की स्थापना की मांग की जाती रही। संवैधानिक प्रावधान संविधान के अनुच्छेद 40 में राज्यों को पंचायतों के गठन का निर्देश दिया गया है। इसके साथ ही संविधान की 7वीं अनुसूची ...